अगर घर पर बना लिया यह चूर्ण तो पूरे साल सर्दी-जुकाम से रहेंगे दूर, हर उम्र के लिए कारगर, जानें बनाने की विधि

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गुलशन कश्यप, जमुई: सर्दियां शुरू हो गई है और इस मौसम में बच्चे और बूढ़ों के साथ-साथ हर उम्र के लोग छोटे-मोटे बीमारियों से परेशान रहते हैं. लोगों को सर्दी, जुकाम सहित कई ऐसी परेशानियां है जो सर्दियों में काफी परेशान करता है. ज्यादातर बच्चे और बुजुर्गों को सर्दियों में इस प्रकार की परेशानियां बढ़ जाती हैं. ऐसे में लोग छोटे बच्चों को दवा खिलाने से काफी परहेज करते हैं और आयुर्वेद के इलाज की तरफ जाना चाहते हैं. अगर आप भी इस प्रकार की छोटी-मोटी बीमारियों से परेशान हैं तो आप इसकी दवा घर पर हीं बना सकते हैं और यह इतनी कारगर दवा है कि इसके सेवन से पूरे साल आपको सर्दी, जुकाम, खांसी जैसी परेशानी नहीं होगी.

दरअसल, हम बात कर रहे हैं सितोपलादिचूर्णकी. इसका इस्तेमाल दादी-नानी के नुस्खों के रूप में किया जाता है और इससे बच्चों की खांसी और जुकाम की समस्या दूर होती है. इसके अलावा बड़े हो या बुजुर्ग इस प्रकार की परेशानी हो तो वह भी इस्तेमाल कर सकते हैं.

घर पर ऐसे तैयार किया जा सकता है सितोपलादि चूर्ण
खैरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत आयुष चिकित्सक डॉ. रास बिहारी तिवारी बताते हैं कि सितोपलादिचूर्णबनाने के लिए सबसे पहले 140 ग्राम मिश्री को काटकर उसका पाउडर बना लें और इसे छान लें. इसके बाद 40 ग्राम पिपली और 80 ग्राम वंशलोचन को पीसकर उसका पाउडर बना ले. 20 छोटी इलायची और 10 ग्राम दालचीनी को भी पीस लें तथा इन सभी पिसी हुई समाग्री को एक साथ किसी बड़े बर्तन में मिला लें. बर्तन एयर टाइट कंटेनर होना चाहिए, इसमें रखकर आप इस चूर्ण का इस्तेमाल कर सकते हैं.

कैसे करें सितोपलादिचूर्ण का इस्तेमाल
चिकित्सक डॉ. रास बिहारी तिवारी ने बताया कि सितोपलादिचूर्णका इस्तेमाल करने के कई प्रकार के तरीके हैं. इसका सबसे बेहतर तरीका है कि इसे शहद के साथ लिया जा सकता है. घी के साथ भी इस्तेमाल कर सकते हैं. बच्चों को घी में यह चूर्ण मिलाकर चटा दें. अगर बच्चा इसे खाने में इंकार कर रहा है तो हल्का गर्म कर उसकी नाभि पर लगा दे. इसे गुनगुना पानी के साथ भी लिया जा सकता है. हालांकि सितोपलादि चूर्णका इस्तेमाल करने के तुरंत बाद पानी नहीं पीना चाहिए.

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डॉ. तिवारी ने बताया कि सितोपलादि चूर्णसर्दी, खांसी, कफ के अलावा अस्थमा, सांस के नलियों में सूजन, इन्फेक्शन, छाती में कंजक्शन, साईनस, कफ इत्यादि में काफी फायदेमंद है. इससे भूख भी बढ़ती है और शरीर में आयरन की कमी भी दूर होती है. सर्दियों में इसका इस्तेमाल काफी फायदेमंद माना गया है.

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Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और हेल्थ बेनिफिट रेसिपी की सलाह, हमारे एक्सपर्ट्स से की गई चर्चा के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, न कि व्यक्तिगत सलाह. हर व्यक्ति की आवश्यकताएं अलग हैं, इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही, कोई चीज उपयोग करें. कृपया ध्यान दें, Local-18 की टीम किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगी.

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