06
राहत इंदौरी की शायरी केवल मंचों तक ही सीमित नहीं रही, बल्कि समय-समय पर कई जगहों पर किताबों, अखबारों पत्रिकाओं का हिस्सा बनीं. स्टूडेंट्स ने उनकी शायरी को जान-समझ कर लिखने के सबक याद किए. देश-दुनिया के मुशायरों और कवि सम्मेलनों में उनकी शायरी चाव से सुनी गई, साथ ही उन्होंने कई हिंदी फिल्मों के गीत भी लिखे, जो गीत सुपर हिट रहे.